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Maa Baglamukhi Jayanti 2021: माँ बगलामुखी जयंती तिथि पूजा विधि शुभ मुहूर्त और महत्व हिंदी में

दोस्तो आज हम बात कर रहे हैं इस हफ्ते वाले आने वाले त्यौहार के बारे में। जानेंगे कि भारत के यह पवित्र त्यौहार क्यों मनाए जाते हैं। इनके पीछे का मुख्य महत्व क्या है। आज बात होने वाली है Baglamukhi Jayanti के बारे में। आपके लिए यह त्यौहार नया होगा लेकिन इसे भारत में हर साल पूरी श्रद्धा के साथ में मनाया जाता है। माँ को तिलक लगाकर सम्मान के साथ में आरती करि जाती है। आज आपको इसके बारे में सारा कुछ बताया जाएगा। इस जानकारी को जरूर पढ़ें।

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Maa Baglamukhi Jayanti 2021

ऐसा बोला जाता है कि इस दिन मां बगलामुखी की पूजा करने से सभी को दुश्मन से जीत हासिल होती है। आपको जिसने भी परेशान किया हुआ है, माँ उसका विनाश करने में आपकी सहायता करती है। इस साल बगलामुखी जयंती का पर्व 20 मई को मनाया जाएगा।
मां बगलामुखी के सिंघार की रौनक पूरे भारत वर्ष में देखने को मिल रही हैं। इस बार भी माँ की पूजा अर्चना अच्छे से होने वाली है ताकि कोरोना जैसे राक्षस का विनाश हो सके। आज भारत में कोरोना से बड़ा राक्षस कोई नही है। आगे आपको बताने वाले हैं कि हर साल कौन सी तिथि में इसे मनाया जाता है।

बगलामुखी जयंती 2021 शुभ मुहूर्त

बगलामुखी जयंती शुभ मुहूर्त : 20 मई (11 बजकर 50 मिनट 24 सेकंड से 12 बजकर 45 मिनट 02 सेकंड तक)

हर साल इसे वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को एक जयंती के रूप में मनाया जाता है। मां बगलामुखी मंत्र को करने से सारे कष्ट का निवारण हो जाता है। इस मंत्र को नीचे दिखाया गया है, जिसको कैसे पड़ना है नीचे बताया गया है।

ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय कीलय बुद्धिं नाशय ह्लीं ॐ स्वाहा’ मंत्र कठिन है लेकिन जपने से सारे परेशानी दूर हो सकती है। आज आपको सबसे पहले bharat के प्रमुख त्यौहार Baglamukhi Jayanti के बारे में सब कुछ बताया गया है। आप यहाँ पर माता की प्रतिमा भी देख सकते हैं। कष्टो को दूर करने के लिए इस त्योहार को हर साल तिथि अनुसार मनाया जाता है। मंत्र जाप किया जाता है, ताकि की राक्षस का अंत हो सके। हिंदुस्तान में इसकी मान्यता काफी ज्यादा है, देश भर से लोग इसको मनाने के लिए मुख्य मंदिर के दर्शन करने आते हैं।

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