दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार देशभर में बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। दिवाली हिन्दुओं का प्रमुख्य त्यौहार है जिसकी शुरुआत दीपावली के साथ ही जाती है। काफी लोग जानते है की धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है? धनतेरस के इतिहास बारे में कुछ जानकारी लेकर आए। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको बता चल जाएगा की धनतेरस क्यों मनाई जाती है। धनतेरस पर किसकी पूजा होती है? धनतेरस कब है? Kab Hai धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त? इस दिन आभूषण, बर्तन या फिर नए सामान खरीदने को शुभ क्यों माना जाता है? धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त क्या है? इन सभी के बारे में इस आर्टिकल में जानकारी दी जा रही है तो दोस्तों इस आर्टिकल को शुरू से आखिर तक पूरा पढ़े-
धनतेरस का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
Why We Celebrate Dhanteras Festival
धनतेरस की पूजा विधि 2022
Dhanteras Ki Puja Vidhi in Hindi
– सबसे पहले नहाकर साफ वस्त्र पहनें।
– भगवान धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र साफ स्थान पर स्थापित करें तथा स्वयं पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं।
– उसके बाद भगवान धन्वंतरि का आह्वान इस मंत्र से करें।
सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं,
अन्वेषित च सविधिं आरोग्यमस्य।
गूढं निगूढं औषध्यरूपम्, धन्वन्तरिं च सततं प्रणमामि नित्यं।।
– इसके बाद पूजा स्थल पर आसन देने की भावना से चावल चढ़ाएं। आचमन के लिए जल छोड़ें और भगवान धन्वंतरि को वस्त्र (मौली) चढ़ाएं।
– भगवान धन्वंतरि की मूर्ति या तस्वीर पर अबीर, गुलाल पुष्प, रोली और अन्य सुगंधित चीजें चढ़ाएं।
इसके बाद आचमन के लिए जल छोड़ें। मुख शुद्धि के लिए पान, लौंग, सुपारी चढ़ाएं। शंखपुष्पी, तुलसी, ब्राह्मी आदि पूजनीय औषधियां भी भगवान धन्वंतरि को चढ़ाएं।
Dhanteras Pooja Mantra
मंत्र – ऊं रं रूद्र रोग नाशाय धनवंतर्ये फट्।।
फिर भगवान धन्वंतरि को श्रीफल व दक्षिणा चढ़ाएं। पूजा के अंत में कर्पूर आरती करें।
धनतेरस पर पूजा करते समय धनतेरस पूजा मंत्र का भी जाप करें| यहाँ धनतेरस पूजा मंत्र जाप बताया गया है जो आपकी धनतेरस की पूजा को सफल बनाने में कारगर साबित होगा|
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
अन्य शहरों में धनत्रयोदशी मुहूर्त
Dhanteras Ka Shubh Muhurat
धनतेरस पर खरीददारी करने के शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन घरों में दीपक जलाए जाते है| धनतेरस के दिन घरों में भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जाता है| ऐसी मान्यता है की धनतेरस के दिन नए सामान खरीदने से घर में धन की वर्षा होती है|
हर साल धनतेरस का त्यौहार इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर-नवंबर महीने के बीच में मनाया जाता है| धनतेरस एक ऐसा त्यौहार है जिस दिन हिन्दू धर्म के लोग के अलावा अन्य धर्म के लोग भी नई वस्तुएं खरीदते है|
Kuber ji ki aarti
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे ,
स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के,
भण्डार कुबेर भरे।
॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,
स्वामी भक्त कुबेर बड़े।
दैत्य दानव मानव से,
कई-कई युद्ध लड़े ॥
॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
स्वर्ण सिंहासन बैठे,
सिर पर छत्र फिरे,
स्वामी सिर पर छत्र फिरे।
योगिनी मंगल गावैं,
सब जय जय कार करैं॥
॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
गदा त्रिशूल हाथ में,
शस्त्र बहुत धरे,
स्वामी शस्त्र बहुत धरे।
दुख भय संकट मोचन,
धनुष टंकार करें॥
॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,
स्वामी व्यंजन बहुत बने।
मोहन भोग लगावैं,
साथ में उड़द चने॥
॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
बल बुद्धि विद्या दाता,
हम तेरी शरण पड़े,
स्वामी हम तेरी शरण पड़े
अपने भक्त जनों के ,
सारे काम संवारे॥
॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
मुकुट मणी की शोभा,
मोतियन हार गले,
स्वामी मोतियन हार गले।
अगर कपूर की बाती,
घी की जोत जले॥
॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
यक्ष कुबेर जी की आरती ,
जो कोई नर गावे,
स्वामी जो कोई नर गावे ।
कहत प्रेमपाल स्वामी,
मनवांछित फल पावे।
॥ इति श्री कुबेर आरती ॥
kuber mantra
शिव संख युक्तादिवि भूषित वरगदे दध गतं भजतांदलम।। * कुबेर का षोडशाक्षर मंत्र– ॐ श्री ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:। * कुबेर का प्राचीन दिव्य मंत्र– ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धनधान्या समृद्धिम् देहि दापय दापय स्वाहा।
kuber mantra in hindi
धनतेरस पर क्या खरीदे क्या नहीं इसके लिए पहले से ही विचार विमर्श करके ही बाजार में जाये| धनतेरस पर देशभर के बाजारों में काफी भीड़ रहती है| ऐसे में आप धनतेरस पर जाम में फंसकर ही अपना सारा समय बर्बाद ना करें|
धनतेरस पर निबंध 2022 | Dhanteras Essay in Hindi | Dhanteras Nibandh PDF File Download