बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल के बारे में हाल कुछ दिनो से एक खबर चर्चा में है। इस खबर के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा ने उनके जुहू क्षेत्र में स्थित विला की नीलामी के लिए एक विज्ञापन प्रकाशित किया है। इस विज्ञापन में घोषित किया गया की विला की नीलामी 25 सितंबर को आयोजित की जाएगी। इस खबर के प्रकाशन के बाद सोशल मिडिया पर उनके उनके चाहने वालो ने खूब चर्चा की है,खासकर उनकी हाल में रिलीज हुई फिल्म के दीवानो ने।
Sunny Deol Bungalow Controversy
कुछ समय पहले ही बैंक ने उसके वीले की नीलामी की खबर को प्रसारित किया था। लेकिन एक दिन बाद ही वे उस विज्ञापन को वापस ले लिया था,इस घटना के बाद अब पहली बार सनी देओल ने बंगले विवाद पर अपनी बात रखी है। वे चुप्पी को तोड़कर बोले है।
सनी देओल ने क्या बोला बंगला विवाद पर
उनकी फिल्म ‘गदर 2’ की सफलता के बीच, उनके जुहू में स्थित विला के विवाद पर बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल ने चुप्पी तोड़ते हुए यह कहा, “मैं इस विषय पर कुछ बोलता हूं तो लोग उसका गलत मतलब निकाल लेंगे। यह मेरा व्यक्तिगत मामला है और मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता।” NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, यह वक्तव्य बनाया था जब उनसे उनके बंगले के विवाद के बारे में पूछा गया था।
क्या वास्तव में बंगला नीलाम हो रहा था
जब बैंक ने एक्टर के जुहू वाले विला की नीलामी का विज्ञापन जारी किया,तो यह खबर सामने आई की एक्टर ने बैक से 56 करोड़ का लोन लिया था। इस लोन के ब्याज की वसूली के लिए बैंक विला की नीलामी करने की योजना बना रहा था। हलाकि विज्ञापन जारी करने के 24 घंटे बाद ही बैंक ने तकनीकी खराबी का दावा करते हुए विला की नीलामी पर रोक लगा दी है।
बैंक संपत्ति की नीलामी किस परिस्थिति में करती है
बैंकों की लोन प्रक्रिया के दौरान इस प्रकार के मामलों के लिए कई नियम-कानून बनाए गए हैं। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के निर्देशों के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति होम लोन की पहली किस्त (Home Loan EMI) का समय पर भुगतान नहीं करता है, तो बैंक या वित्तीय संस्था उस पर तुरंत कड़ी कार्रवाई नहीं करती है।
बैंक की दृष्टि से, यह एक संकेत हो सकता है कि किसी कारणवश एक EMI के भुगतान में देरी हो रही है। हालांकि, जब ग्राहक एक के बाद एक दो EMI का भुगतान नहीं कर पाता है, तो बैंक पहले उसे इस बारे में याद दिलाने के लिए एक रिमाइंडर भेजता है। हालांकि, रिमाइंडर के बावजूद, यदि ग्राहक तीसरी EMI की किस्त भुगतान करने में असफल रहता है, तो बैंक उसे आवश्यकतानुसार एक कानूनी नोटिस भेजता है।