दूरसंचार विभाग जल्दी ही पांच दूरसंचार कंपनियों जारी करने जा रहा है, जिनमे टाटा टेलीर्सिवसेज, टेलीनॉर और रिलायंस जैसी कम्पनियाँ शामिल है| दूरसंचार विभाग को इन सभी दूरसंचार कंपनियों से 2,578 करोड़ रुपये वसूलने की तैयारी में है| बता दें की नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट के अनुसार इन कंपनियों ने अपनी आय को कम करके दिखाने का आरोप लगा है| आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कैग ने इस महीने में अपनी रिपोर्ट में इन सभी पाँचो कंपनियों को अपनी आय कम करके दिखाने का मामला सामने आया है| यही वजह है की दूरसंचार विभाग
अब इन कंपनियों से 2,578 करोड़ रुपये की वसूली के लिए नोटिस जारी करने वाला है| कैग ने ईएसआई महीने 19 दिसंबर को संसद में पेश की रिपोर्ट में बताया की टाटा टेलीर्सिवसेज, टेलीनॉर, वीडियोकॉन टेलीकाम, क्याडरेंट: वीडियोकॉन समूह की कंपनी और रिलायंस जियो ने अपनी इनकम को 14,800 करोड़ रुपये कम करके बताया है जिसके कारन इनकम टैक्स ऑफिस को 2,578 करोड़ रुपए नुकसान की खबर है|
कैग की रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार को इन कंपनियों ने लाइसेंस शुल्क में 1,015.17 करोड़ रुपये की कम राशि दी है| इस प्रकार स्पेक्ट्रम इस्तेमाल शुल्क के रूप में 511.53 करोड़ रुपये कम अदा किए गए| यही नहीं 1,052 करोड़ रुपये के भुगतान में देरी का ब्याज भी अदा नहीं हुआ| आपको बता दें की किस कंपनी से कितना शुल्क वसूला जाएगा टाटा टेलीर्सिवसेज से 1,893.6 करोड़ रुपए, टेलीनॉर से 603.75 करोड़ रुपये, वीडियोकॉन से 48.08 करोड़ रुपये, क्वाडरेंट से 26.62 करोड़ रुपये तथा जियो से 6.78 करोड़ रुपये, खबरों के अनुसार इन सभी कंपनियों को जनवरी में नोटिस भेजने की तैयारी की जारी रही है|
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आपको बता दें की केंद्र की मोदी सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी हाल में बढ़ावा देने के मूढ़ में नही है और यही वजह है की भारत सरकार भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए कड़े कदम उठा रही है| यही वजह है की हाल में सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर कड़े फैसले भी लिए है, जिसमे नोट्बंदी भी शामिल है|