डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे कमजोर होकर पहुँचा 69 के पार: आज देश के लिए मुद्रा बाजार से सुबह ही बुरी खबर मिली है| भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले और कमजोर हुआ| बता दें की आज गुरुवार 28 जून को मुद्रा बाजार जब खुला तब एक डॉलर की कीमत 68.89 थी जो बाद में चढ़कर 69 रूपये के पार चली गई| आज गुप्या डॉलर के मुकाबले 69.0300 के रिकॉर्ड स्टार पर पहुँच गया है| जब बुधवार को मुद्रा बाजार बंद हुए तब 1 डॉलर की कीमत 68.60 रुपए थी|
बात करे जून केवल जून महीने की तो रुपए में 2.1 प्रतिशत की गिरावट चुकी है। इससे पहले डॉलर के मुकाबले रुपया का 68.865 पर पहुंचने का रिकॉर्ड था। वही साल 2018 में अब तक डॉलर के मुकाबले रुपया 7.2 चढ़ चूका है। एशिया की बात करे टी भारतीय रूपये ने अब तक ख़राब प्रदर्शन किया है|
जब रपये बुधवार को 37 पैसे टूट के बंद हुआ तो वह 19 महीने के सबसे निचले स्टार पर पहुँच गया था| रूपये का बार-बार कमजोर होना कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी और महँगाई इसकी वजह है| रूपये में आई कमजोरी से देश का व्यापार घाटा बढ़ रहा है|
रूपये में लगातार कमजोरी को देखते हुई कल यानि की बुधवार को भारतीय रिज़र्व बैंक बाजार में कूदा| वित्त मंत्रालय का कार्यभार देख रहे पीयूष गोयल ने कहा था की रूपये में लंबे समय तक कोई उत्तर चढ़ाव देखने को नहीं मिलेंगे| ईटी के एक पोल में दिसंबर तक रुपया डॉलर के मुकाबले रुपया 70 तक पहुँचने का अंदेशा जताया गया था|
रूपये की कमजोरी से इंपोर्ट महंगा होगा और भारत अपने इस्तेमाल का 80 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है| इस हिसाब से अब हमे तेल के आयात पर अधिक रूपये देने पड़ेंगे| ऐसा होने पर भारत का चालू खाता घाटा बढ़ेगा| रुपए की कमजोरी का असर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम पर भी पड़ेगा| विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को दिक्कत होगी। उनके घर वालों को अब ज्यादा पैसा भेजना होगा। कंप्यूटर, फोन और कार के महंगे होंगे क्योंकि इनके पार्ट्स आयात किए जाते हैं।