एग्जिट पोल के आते ही आपके पैसों पर होगा सीधा असर, जानिए कैसे और कहां- लोकसभा चुनाव 2019 के आज आखरी चरण का चुनाव हो रहा है| इस बार लोकसभा का चुनाव सात चरणों में हो रहा है| छह चरण के चुनाव हो चुके है और अब आज 19 मई को सातवें चरण का चुनाव हो रहा है| आज सातवें चरण और आखरी चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद मीडिया न्यूज़ में लोकसभा चुनाव एग्जिट पोल्स के नतीजे आने शुरू हो जाएँगे| ऐसे में लोकसभा चुनाव 2019 ओपिनियन और एग्जिट पोल के नतीजों का असर शेयर बाजार पर सीखा पड़ सकता है| अगर लोकसभा इलेक्शन एग्जिट पोल्स में किसी भी पार्टी की सरकार को बहुमत मिलने के आसार नहीं दिखते है तो सेंसेक्स, निफ्टी में तेज गिरावट गिरावट देखी जा सकती है|
ऐसी संभावना जताई जा रही है की अगर एग्जिट पोल के नतीजों में अगर एनडीए की सरकार बनने के आसार दिखते है तो यह शेयर मार्किट में उछाल नजर आ सकती है| लेकिन विशेषज्ञों की माने तो फाइनल रिजल्ट तक शेयर बाजार का रुख असमंजस की स्तिथि में बना रह सकता है|
जाने एग्जिट पोल के नतीजों का आपके पैसों पर क्या होगा असर– एक्सपर्ट्स बताते हैं कि शेयर बाजार में निवेश करने वालों पर इस एग्जिट पोल का सीधा असर पड़ सकता है| वहीं, म्युचूअल फंड में लगे पैस के रिटर्न पर भी इसका असर दिखाई देगा| ऐसे में निवेशकों को फिलहाल वेट एंड वॉच की स्ट्रैटेजी पर काम करना चाहिए|
एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘इस सप्ताह एक ऐसा घटनाक्रम है जो दीर्घावधि के लिए बाजार का रुख तय करेगा. इसी से संपत्ति सृजन का रुख तय होगा. चुनाव नतीजे इस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम होते हैं जो वर्षों के लिए रुख तय करते हैं. ऐसे में यह अर्थव्यवस्था और निवेशकों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है|
साल का सबसे महत्वपूर्ण सप्ताह– उन्होंने कहा कि बाजार में कुछ अधिक उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, लेकिन एग्जिट पोल से बाजार को निर्णय करने में कुछ आसानी हो सकती है| सैमको सिक्योरिटीज ऐंड स्टॉकनोट के संस्थापक और सीईओ जिमीत मोदी ने कहा, ‘यह सप्ताह पूरे साल का सबसे महत्वपूर्ण है| लोगों की निगाह ‘स्टॉक कोट’ नहीं ‘वोट कोट’ पर बनी रहेगी|
इन बड़ी कंपनियों के नतीजे-सप्ताह के दौरान कुछ बड़ी कंपनियों मसलन टाटा मोटर्स, केनरा बैंक और सिप्ला के नतीजे आने हैं. ऐसे में तिमाही नतीजे भी बाजार की दिशा तय करेंगे. इसके अलावा कच्चे तेल के दाम, अमेरिका-चीन व्यापार विवाद, रुपये का उतार-चढ़ाव और विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा|