नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं भारत में क्रिप्टोकरंसी चलेगी या नहीं ? इस सब पर आरबीआई का क्या कहना है। रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि केंद्रीय बैंक बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर ‘गंभीर’ रूप से चिंतित है, और हमने सरकार को इस बात से अवगत करा दिया है । लेकिन इस पूरे मामले में आरबीआई कुछ नहीं कर सकती यह फैसला केवल भारत सरकार का है, की क्या करना है और क्या नही। इसके अलावा भी दास ने कई बातें कही है तो चलिए जानते हैं कि आखिरकार क्रिप्टोकरंसी भारत में चलेगी या फिर नहीं ?
क्रिप्टो करेंसी नियमन के दायरे में नहीं
अगर आप क्रिप्टो करेंसी के बारे में थोड़ा बहुत भी जानते हैं, तो आपको मालूम होगा कि क्रिप्टो करेंसी यानी बिटकॉइन पर किसी का भी कंट्रोल नहीं है। इस डिजिटल करेंसी में उतार चढ़ाव बेहद बेहद अधिक देखा जाता है। लेकिन इस सबके बावजूद मांग उठाई जा रही है कि इसके टो करेंसी को विदेशी करंसी के तौर पर देखा जाए। अब सरकार को स्पष्ट करना है कि क्या cryptocurrency को पूरी तरह से मान्यता दी जाए या फिर नहीं।
पहला देश जिसने क्रिप्टोकरंसी को मान्यता दी ?
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सल्वाडोर पहले ऐसा देश है जिसकी सरकार ने अपने देश में क्रिप्टोकरंसी को मान्यता दी है। वही आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले क्रिप्टो करेंसी में अचानक 20% की गिरावट देखने को मिली थी। Reserve Bank of India के गवर्नर के मुताबिक मने क्रिप्टो करेंसी को लेकर अपनी गंभीर और बड़ी चिंता से सरकार को अवगत करा दिया है। अब केवल सरकार को फैसला करना है। आपकी इस खबर पर क्या राय है, भारत में क्रिप्टोकरंसी को मान्यता दी जानी चाहिए या फिर नहीं ! कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताएं। शेयर मार्केट और क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी लेटेस्ट खबरें जाने के लिए हमारे साथ बने रहे ।