Netaji Subhash Chandra Bose Love Story: सुभाष चंद्र बोस की Girlfriend कौन थी? पढ़िए! पूरी लव स्टोरी नेताजी सुभाष चंद्र बोस 123वीं जन्म जयंती है। नेताजी हमेशा से ही प्रेरणा के स्त्रोत रहे है और उनके बारे में हर कोई जानना चाहता है। आज हम उनके जन्मदिन पर उन जुड़ी एक बड़ी ही रोचक जानकारी लेकर आए है। जो शायद ही किसी को मालूम हो। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की गर्लफ्रेंड कौन थी? नेताजी पहला प्यार कौन था। इसकी जानकारी लेकर हम प्रस्तुतु हुए है। सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था। पढ़ाई में उनका काफी लगाव था और अपने क्रांतिकारी विचारों की वजह से ही उन्हें देश-दुनिया में पहचान मिली।
Netaji Subhash Chandra Bose Love Story
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के दिल में देश प्रेम तो था ही साथ ही साथ उनके दिल में एक महिला के लिए प्रेम भी था। जी, हां, सुभाष चंद्र बोष की जिंदगी में एक ऐसी महिला भी थी जिसे वह काफी प्यार किया करते थे। नेताजी पर्सनॅलिटी काफी आकर्षक थी और जिसकी वजह से लड़कियां उन्हें खूब पसंद करती थी।
शानदार बॉडी और तेज दिमाग की वजह से नेताजी जहां भी जाते पानी छाप छोड़ देते हे। ऐसा कहा जाता है की कई लड़कियां उन्हें प्रपोज भी कर चुकी थी, लेकिन उन्होंने इन सब से दूरी बनाए राखी। उन्हें सिर्फ एक महिला से प्यार था। जिसे वह हमेशा पत्र लिखा करते थे।
ये प्रेम कहानी शुरू होती है ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में. 1934 में सुभाष चंद्र अपना इलाज कराने विएना गए हुए थे. सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान जेल में बंद नेताजी की तबीयत बिगड़ने लगी. इसी वजह से उन्हें विदेश इलाज के लिए भेजा गया. बीच आंदोलन में विदेश जाना उन्हें मन ही मन अखर रहा था. इसीलिए उन्होंने विदेश में रह रहे भारतीयों को आंदोलन से जोड़ने के बारे में सोचा.
इस दौरान यूरोप में रहने वाले भारतीय स्टूडेंट को आजादी के लिए एकजुट करने की योजना बनाई। इस दौरान उन्होंने ‘द इंडियन स्ट्रगल’ नामक किताब लिखने का काम मिला। इसके लिए उन्हें इंग्लिश में टाइप करने के लिए एक सहयोगी की जरुरत थी। ऐसी खोज में उनकी मुलाकात हुए एमिली शेंकल (Emilie Schenkl) जो 23 वर्ष युवा लड़की थी और सुभाष चंद्र उस वक्त 37 वर्ष के थे।
दोनों काम करते-करते प्यार हो गया। ऐसा भी कहा जाता है की सुभाष चंद्र बोस और एमिली ने शादी भी रचा ली थी। इस रिश्ते की शुरुआत नेताजी की तरफ से हुई लेकिन लड़की के पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे। जब लड़की के परिवारवाले सुभाष चंद्र बोस से मिले तो वह उनसे काफी प्रभावित हुए और फिर इस रिश्ते के लिए राजी हो गए। 29 नवंबर, 1942 को एमिली बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम अनीता था।
नेताजी की लवस्टोरी की जानकारी उनके भाई शरत चंद्र बोस को खूब सुभाष चंद्र बोस ने दी। शरत चंद्र बोस के पोते सुगाता बोस ने अपनी एक बॉयोग्राफी ‘हिज़ मेजेस्टी अपोनेंट्स’ लिखी। जिसमें उन्होंने 1948 में शरत अपनी पत्नी, बेटे शिशिर और सुभाष की दोनों बहनों के साथ एमिली और अनिता से वियना में मिले. उन दिनों एमिली एक तार घर में काम कर रही थीं. एमिली अपने प्यार सुभाष चंद्र बोस की यादों के सहारे जिंदा और उन्होंने बेटी को पिता के बारे में हर छोटी-बड़ी जानकारी दी. वो किताबें दीं, जो सुभाष पर थीं. बेटी अनिता ने बाद में जर्मनी के आगसबर्ग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मार्टिन से शादी कर ली. वह खुद भी उसी विश्वविद्यालय में इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर बनीं. बाद में नौकरी छोड़कर राजनीति में कूदीं और अपने शहर की मेयर बनीं.
एमिली 1996 तक जीवित रहीं और मरते दम तक उन्होंने सुभाष चंद्र बोस के साथ किया हुआ अपना वादा निभाया. उन्होंने अपनी गोपनीय शादी की भनक किसी को नहीं लगने दी.