नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं महाराणा रंजीत सिंह मृत्यु का कारण (Maharaja Ranjit Singh Died (Death) Reason in Hindi) के बारे में, आपको बता दें कि वीर योद्धा महाराजा रंजित सिंह जी ने पंजाब का तकरीबन 40 साल तक शासन किया था।महाराजा रणजीत सिंह का जन्म 13 नवंबर 1780 को पाकिस्तान में हुआ था, वही निधन 27 जून 1839 (उम्र 58) लाहौर, पंजाब, सिख साम्राज्य (आज के पाकिस्तान में) हुआ था। आपको बता दें कि इन्हें सिखों के बड़े महाराजाओं में गिना जाता है। Ranjit Singh Ji एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने सभी धर्मों को साथ लेकर राज किया और लोगो के दिल में अपनी जगह बनाई, केवल इतना ही नहीं बल्कि अपने शाशन में उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत को अपने आसपास भी भटकने नहीं दिया।
Maharaja Ranjit Singh Died (Death)
अगर आपको नहीं मालूम तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महाराजा रंजित सिंह जी को शेर-ए पंजाब के नाम से भी जाना जाता था। महा सिंह के मरने पर रणजीत सिंह बारह वर्ष की अवस्था में मिस्ल सुकरचकिया के नेता हुए। तो आपको बता दे की महा सिंह रणजीत सिंह जी के पिता थे, कहां जाता है वैसे तो वह पढ़े-लिखे नहीं थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने लोगों को क्षा और कला वंचित नहीं रखा। उनका सूबा धर्मनिरपेक्ष था उन्होंने हिंदुओं और सिखों से वसूले जाने वाले जज़िया पर भी रोक लगाई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महाराजा रणजीत सिंह जी ने अमृतसर के हरिमन्दिर साहिब ( गोल्डन टेंपल ) गुरूद्वारे में संगमरमर लगवाया और सोना मढ़वाया, तभी से उसे स्वर्ण मंदिर कहा जाने लगा। बेशक़ीमती हीरा कोहिनूर महाराजा रणजीत सिंह के ख़ज़ाने की रौनक था। सन् 1839 में महाराजा रणजीत का निधन हो गया। उनकी समाधि लाहौर में बनवाई गई, जो आज भी वहां क़ायम है। इसी तरह की जानकारी जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।