नमस्कार दोस्तों, राजस्थान के कोटा से एक बार फिर दुखद खबर निकलकर सामने आ रही है। इस बात को झूठलाया नहीं जा सकता की राजस्थान की कोचिंग हब कहा जाने वाला कोटा अब आत्महत्याओं का गढ़ बनता जा रहा है। कोटा में आए दिन की किसी न किसी कोचिंग सेंटर में कोई ना कोई छात्र आत्महत्या कर रहा है।अब एक और छात्रा ने सल्फास खाकर अपनी जान (Student Commits Suicide By Consuming Sulfas in Kota) ले ली। जांच में सामने आया है कि आत्महत्या करने वाली छात्रा उत्तर प्रदेश के रहने वाली थी, और कोटा में नीट की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। राजस्थान पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है और पता लगाने का प्रयास कर रही है कि छात्र नहीं है कम क्यों उठाया? इसके पीछे क्या कारण था?
Student Commits Suicide By Consuming Sulfas in Kota Rajasthan
आपकी जानकारी के बता दे की राजस्थान के कोटा के एक कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाली छात्रा ने सल्फास खाकर अपनी जान दे दी, जिसका नाम प्रियम सिंह था, और वह उत्तर प्रदेश के मऊ की रहने वाली थी, जो बीते डेढ़ साल से कोटा में पढ़ाई कर रही थी। जानकारी के मुताबिक छात्रा ने दोपहर में कोचिंग संस्थान से वापस आने के बाद उसने उल्टियां करनी शुरू कर दी..। छात्रों की सूचना पर छात्रा को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान छात्र की मृत्यु हो गई। डॉक्टर के मुताबिक छात्रा ने सल्फाज की गोली खा ली थी और और जहर पूरे शरीर में फैल गया था जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई।
1 साल में 24वी आत्महत्या, कोटा में सल्फास खाकर छात्रा ने की खुदकुशी!
फिलहाल मृतक छात्रा के परिजनों को इस घटना की सूचना दी गई है, डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। वही राजस्थान पुलिस आत्महत्या करने का कारण पता लगाने का प्रयास कर रही है। .इससे पहले इसी हफ्ते ही झारखंड के रांची की कोचिंग छात्रा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। छात्र का नाम रिचा सिन्हा था, जिसकी उम्र 16 वर्ष थी, और परीक्षा की तैयारी कर रही थीं।
Rajasthan Kota Suicide Case News
जैसे कि आप सभी को मालूम है राजस्थान के कोटा में आत्महत्या करने का पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई छात्र आत्महत्या कर चुके, और यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, लगातार एक के बाद एक आत्महत्या की घटनाएं सामने आ रही है, जो की चिंता का विषय है। इस साल में 24 छात्रों ने आत्महत्या की है, जो खुद पुलिस को सवालों के घेरे में खड़ा करती है। वही दूसरी तरफ माता पिता को भी अपने बच्चों की चिंता सताने लगी है, और अब अपने बच्चों को कोटा में भेजने से डरने लगे है। देश और दुनिया से जुड़ी ताजा खबरें पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।