स्टीव स्मिथ, केन विलियम्सन, जो रूट या फिर विराट कोहली? अक्सर इन यह नाम चर्चा का विषय रहते है| हमेशा इनमे से कौन सबसे बेहतर है इस बारे में चर्चा होती रही है| इस समय यह चारों ही खिलाडी क्रिकेट के तीनो फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे है| इन खिलाड़ियों ने तीनो ही फॉर्मेट में अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है| इनमे से कोई किसी से कम नहीं है|
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर कई रिकॉर्ड अपने नाम कर, अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है, तो वहीं एशेज सीरीज के दौरान स्टीव स्मिथ के बल्ले से भी खूब रन बने। जबकि जो रूट भी अपनी टीम के लिए रन बनाने के मामले में किसी से पीछे नहीं रहे। वहीं न्यूजीलैंड के केन विलियम्सन भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे है और खूब रन बना रहे है। आने वाले समय में ये सभी बल्लेबाज भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ने का मादा रखते हैं। टेस्ट क्रिकेट में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम 15921 रनों का वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जो भविष्य में इन बल्लेबाजों द्वारा तोड़े जाने की सम्भावना हैं।
एलिस्टर कुक : इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाज एलिस्टर कुक सचिन के रनो के रिकॉर्ड के काफी करीब हैं। 32 साल के एलिस्टर कुक 152 टेस्ट मैचों में अब तक 33.25 की औसत से 12,005 रन बना चुके हैं, जिसमें 31 शतक और 55 अर्धशतक शामिल हैं और वह सचिन तेंदुलकर के टेस्ट रनों से महज 3920 रन ही दूर हैं। ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि वह भविष्य में 25 से 26 टेस्ट मैच और खेल खेलेंगे।
जो रूट : इंग्लैंड के एक और घातक बल्लेबाज जो रूट का टेस्ट रिकॉर्ड काफी अच्छा है। जो रूट ने 65 टेस्ट मैचों में 27.25 की औसत से 5,701 रन बना चुके है। 27 साल के रूट के पास अभी काफी टाइम है और अगर वो इस तरह से लगातार बल्लेबाजी करते रहे तो सचिन के रिकॉर्ड को काफी आसानी से तोड़ सकते हैं।
स्टीव स्मिथ : इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ का नाम है। स्मिथ 28 साल के है और अब तक उन्होंने 61 टेस्ट मैच में 28.75 की औसत से 6,057 बनाए है|
विराट कोहली : भारतीय कप्तान विराट कोहली भी इस रेस में किसी से पीछे नहीं है, उन्होंने 66 टेस्ट मैचों में 29.33 की औसत से अब तक कुल 5,554 रन बनाए हैं। विराट के लिए साल 2017 से लेकर अब तक का टेस्ट करियर काफी शानदार रहा है। वह अगर तरह से खेलते रहे तो भविष्य में उनके पास भी सचिन के टेस्ट रिकॉर्ड को तोड़ने का एक सुनहरा मौका होगा।