नमस्कार दोस्तों, राजस्थान से एक दिल दहला देने वाली घटना का वीडियो सामने आया है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की शिक्षानगरी कोटा में गेम खेलते हुए इमारत की छठी मंजिल से गिरकर एक छात्र की मृत्यु (Student Falls From 6th Floor of Hostel) हो गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि सभी छात्र बालकनी में बैठे हुए होते हैं, गेम खेलने के बाद में घर के अंदर जा रहे होते हैं चप्पल पहनने के दौरान छात्र का बैलेंस बिगड़ जाता है और वह छठी मंजिल से नीचे जा गिरता है, जिसके कारण मौके पर छात्र की मृत्यु हो जाती है। इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज वीडियो सामने आया है। पुलिस ने डेड बॉडी को अपने कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। मृतक छात्र के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
Student Falls From 6th Floor of Hostel in kota Watch Video
पुलिस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मृतक छात्र का नाम इंशाशु भट्टाचार्य धुपगुरी है, जो जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। पिछले साल ही छात्र नीट की परीक्षा की तैयारी के लिए हॉस्टल की छठी मंजिल पर रहने आया था। देर रात छात्र अपने दोस्तों के साथ बालकनी में बैठकर गेम खेल रहा था, गेम खेलने के बाद उठकर सभी कमरे में जा रहे थे, छात्र चप्पल पहनने के लिए खड़ा होता है लेकिन अचानक छात्र का नियंत्रण बिगड़ जाता है, और छात्र छठी मंजिल की बालकनी से नीचे जा गिरता है, छात्रों को तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है लेकिन छात्र बीच रास्ते में ही दम तोड़ देता है।
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— Navtej TV (@NavtejTv) February 3, 2023
कोटा में मोबाइल पर गेम खेलते समय हॉस्टल की छठी मंजिल से गिरा छात्र खौफनाक वीडियो आया सामने!
आपकी जानकारी के लिए बता दे की कोटा शहर में कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है, यही कारण है कि इस मामले को भी आत्महत्या से जोड़ा जा रहा था, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और मामले का खुलासा किया। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पूरी तरह से स्पष्ट हो चुका है की यह एक आत्महत्या नहीं थी बल्कि है एक हादसा था।
मृतक छात्र के दोस्तों ने लगाए गंभीर आरोप
आपको बता दें कि मृतक छात्र के दोस्तों ने आरोप लगाया है कि वह इंशाशु को तत्काल ही दादाबाड़ी स्थित पारीक अस्पताल लेकर पहुंचे थे और स्ट्रेचर की मदद से छात्र को अंदर ले जाया जा रहा था, लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने एडमिट करने से साफ इंकार कर दिया। अगर समय रहते इंशाशु को इलाज मिल जाता, तो संभवत उसकी जान बच सकती थी। वही अस्पताल ने आरोपों को नकारते हुए कहा है कि अस्पताल में न्यूरो सर्जन की व्यवस्था नहीं होने पर छात्र को हेल्थ इंस्टीट्यूट में रेफर कर दिया गया था। इस घटना के बारे में आपकी क्या राय है कमेंट करके जरूर बताएं। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।