नमस्कार दोस्तों, मध्य प्रदेश से एक बेदी हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह ताजा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नजदीकी जिला रायसेन से सामने आया है, जिसमे सभी को हैरान और सोचने पर मजबूर कर दिया है। यहां गौहरगंज स्थित सरकारी अनुदान प्राप्त एक शिशु गृह में तीन बच्चे रह रहे थे। इनमें एक लड़का और दो लड़कियां शामिल थी। बच्चों की उम्र 4 से 8 वर्ष बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिशु गृह के संचालक हसीन परवेज ने बच्चों के नाम बदलकर मुस्लिम नाम कर दिए, यही नहीं उन बच्चों का नया आधार कार्ड बनवा दिया जिसमें उनके नाम मुस्लिम है। वह मुस्लिम महिलाएं यहीं नहीं रुकी बल्कि उसने उनके माता-पिता का नाम बदलकर परवेज करवा दिया।
Aadhaar Card Jihad Madhya Pradesh News in Hindi
आपको बता दें कि यह तीनों बच्चे साल 2020 में भोपाल की सड़कों पर भटकते हुए मिले थे, उस दौरान भोपाल कल्याण समिति ने उन्हें रायसेन बाल कल्याण समिति को सौंपा दिया था, कल्याण और फैसला लिया गया जब तक इनके माता-पिता नहीं मिल जाते हैं गौहरगंज के गोदी शिशु गृह में रखा जायेगा।
हसीन परवेज ने 3 हिंदू बच्चों को नाम बदलकर मुस्लिम नाम किया, जाने पूरा मामला!
आपके मन में भी यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिरकार इस मामले का खुलासा कैसे हुआ ? बता दे की NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो मौखिक शिकायत के आधार पर शिशु गृह का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जांच के बाद पाया गया कि बच्चों के नाम बदलकर मुस्लिम नाम कर दिए गए हैं। जब बच्चों से पूछताछ की गई तो बच्चों ने भी बताया कि उनका नाम पहले कुछ और था जिसे अब बदल दिया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की चर्चा शुरू हो गई है और इसे एक जिहाद का नाम दे रहे हैं। आप इस घटना के बारे में क्या सोचते हैं कमेंट करके जरूर बताएं।
कैसे बच्चे अपने माता-पिता से बिछड़ गए थे?
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के दौरान अपने माता-पिता से बिछड़ गए थे, काफी खोजबीन के बाद बच्चे पिता का पता लगा लिया गया है। वह दमोह में रहता है। वहीं, मां के बारे में पता लगाया जा रहा है। देश दुनिया से जुड़ी ताजा खबरें पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।