नमस्कार दोस्तों, लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। भारतीय फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ को लेकर अब एक नया विवाद शुरू हो गया है। फिल्म डायरेक्टर लीना मणिमेकलई ने अपने अधिकारी टि्वटर हैंडल पर अब शिव पार्वती को धूम्रपान करते हुए दिखाया है। जिसकी वजह से अब एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है उनको लोगों द्वारा अपने भगवान के अपमान के प्रति गुस्सा दिखाया जा रहा है। आइये जानते है पूरी बात।
Kaali Movie Poster Controversy News in Hindi
डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली की डायरेक्टर लीना मणिमेकलई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से गुरुवार यानि 7 जुलाई को शिव-पार्वती को धूम्रपान करते हुए दिखाया है। जिसके बाद एक बार फिर इस पर विवाद शुरू हो गया है। ट्वीट में डायरेक्टर नेम भगवान शिव और पार्वती का किरदार निभाने वाले कलाकारों को सिगरेट पीते हुए दिखाया है। जिसको लेकर लोगो में एक बार फिर गुस्सा बढ़ गया है। इसी के साथ लीना मणिमेकलई ने यह भी कहा है कि अब वह सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है।
लीना मणिमेकलई ने कहा ‘यह लोकतंत्र ने मुझे सेंसर करना चाहता है।’
लीना मणिमेकलई ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा की वह अब असुरक्षित महसूस कर रही है। लीना मणिमेकलई ने अपने ट्ववीट में लिखा की “ऐसा लग रहा है पूरा देश सबसे बड़े लोकतंत्र से अब सबसे बड़ा नफरत मशीन बन गया है, और मुझे सेंसर करना चाहता है। मैं इस समय कही भी सुरक्षित महसूस रही हु।”
काली का बलात्कार नहीं हो सकता है
इतना ही नहीं डायरेक्टर लीना मणिमेकलई अन्य ट्वीट में लिखा की, ” काली को लिंच नहीं किया जा सकता है। काली का बलात्कार भी नहीं हो सकता है, इतना ही नहीं काली का नाश भी नहीं किया जा सकता है। काली मृत्यु की की देवी है । इसके साथ ही उन्होंने कहा मेरी काली तमिल और तेलुगू गांव के रीति-रिवाजों से प्रेरित है। एक आत्मा के रूप में लोगों पर आती है और मांस खाती है, गांजा पीती है, देसी शराब पीती है, गांव के बीच में पेशाब करती है, गंदगी पर थूकती है और जंगली नृत्य भी करती है।”
सोशल मीडिया लोगो का गुस्सा
लीना मणिमेकलई के किये गए नए ट्वीट को लेकर लोगो के बिच एक बार फिर गुस्सा है। लोगों द्वारा ट्वीट को लेकर जबरदस्त ट्रोल किया जा रहा है। ट्विटर पर कई यूजर्स ने लिखा है कि वह सिर्फ नफरत करना रही है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि उनको अपने धर्म का अपमान करना बंद कर देना चाहिए।