नमस्कार दोस्तों, जैसा की आप सभी को मालूम है बीते सालों ने अलग-अलग सरकारों ने कई बदलाव किए, जो आजादी के बाद कितने ही साल बीत गए लेकिन नहीं हो पाए थे। बदलाव है ऐसे जीने पर सरकार को समर्थन भी मिला तो आलोचना भी मिली, देश के कई स्थानों के नाम भी बदले गए और वही कुछ नई योजनाओं को अमलीजामा पहनाया गया। लेकिन दोस्तों अब आपको बता दें कि हम एक बड़ा बदलाव हुआ है, हरियाणा में। जी हां यह बदलाव एक शब्द को लेकर हुए हैं। अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि एक शब्द को लेकर क्या ही बदलाव किया जा सकता है ? तो चलिए इस सवाल का जवाब हम आगे जानते है।
Haryana Govt Bans Use of Word Gorakh Dhanda News in Hindi
दरअसल हरियाणा सरकार ने “गोरखधंधे” शब्द को लेकर बड़ा फैसला लिया है, जी हां दोस्तों आपको बता दे की हरियाणा सरकार ने इस शब्द पर पाबंदी लगा दी है। आमतौर पर इस शब्द का इस्तेमाल हर कोई करता है, पूरे राज्य में अब “गोरखधंधे” शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जायेगा। इस शब्द पर Ban लगाने का फैसला लिया गया है।
गोरखधंधे शब्द पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है ?
इस शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर अनैतिकता कामों के जिगर के लिए किया जाता है, अब सवाल यह खड़ा होता है कि “गोरखधंधे” को तो गलत कामों को कहा जाता है, तो आखिरकार इस शब्द पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है ? तो इसका जवाब भी हम आपको बताने वाले हैं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस शब्द पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है, और यह फैसला इस लिए लिया गया है क्योकि यह शब्द संत “गोरखनाथ” के संत अनुयायियों की भावना को आहात करता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि “गोरखनाथ” सर्वप्रथम थे, किसी भी आधिकारिक भाषा भाषण किसी भी संदर्भ में इस शब्द का उपयोग उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहात करता है। इसलिए इस शब्द पर प्रतिबंध लगाया गया है। आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब किसी विशेष शब्द पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठी है, इससे पहले भी देश के कई राज्यों में कई शब्दों के इस्तामल को लेकर Ban की मांग उठ चुकी है। आपको बताने की हरियाणा पहला ऐसा राज्य जिसने इतना बड़ा फैसला लिया है।
गोरखनाथ कौन है ?
अगर आपको नहीं मालूम तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि “गोरखनाथ” एक संत थे, और उन्हें समर्पित एक मंदिर सोनीपत से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर बना है, और उनके अनुयायियों का मानना है कि इस शब्द का उपयोग उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। हरियाणा सरकार द्वारा उठाए गए इस फैसले के बाद अन्य राज्यों में भी इसकी मांग तेज हो गई है। देश दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट खबर जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।