हेलो दोस्तों नमस्कार, बीते 2 सालों से भारत कोरोना महामारी से लड़ रहा है, लेकिन इसी बिच एक और वायरस का नाम सामने आया है ब्लॉक फंगस (Black Fungus) जसने अब कई लोगो को अपना शिकार बना लिया है, इस बीमारी ने सभी राज्य सरकारों की चिंता को बढ़ा दिया, लेकिन आज जो खबर हम आपको बताने वाले हैं उसे जान कर आपकी चिंता बढ़ सकती है। ब्लॉक फंगस अभी आया ही था लेकिन इसी बिच अब व्हाइट फंगस (White Fungus) भी सामने आ गया है, इसने सरकार और हस्पताल की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। आखिरकार व्हाइट फंगस क्या है ? यह जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।
व्हाइट फंगस (White Fungus) क्या है ?
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ. विजयनाथ मिश्रा मीडिया से बातचीत करते फिर बताते हैं की व्हाइट फंगस को चिकित्सकीय भाषा में कैंडिडा कहते हैं। यह फंगस फेफड़ों के साथ-साथ रक्त में घुसने की क्षमता रखता है।जब यह फंगस इंसान के फेफड़ों के माध्यम से इंसान के रक्त में पहुंच जाता है तो इसे कैंडिडिमिया कहा जाता है।
व्हाइट फंगस (White Fungus) को इसलिए भी खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि इस फंगस के कारण शरीर के काफी अंग प्रभावित होते हैं। जैसा की आप सभी को मालूम है कोरोनावायरस सबसे अधिक फेफड़ों को प्रभावित करता है, और उसी प्रकार व्हाइट फंगस भी सबसे पहले फेफड़ों का अटक करता है।
क्या व्हाइट फंगस के कारण इंसान की जान जा सकती है ?
डॉ. मिश्रा बताते हैं की व्हाइट फंगस त्वचा, नाखून, मुंह के भीतरी हिस्से, आमाशय, किडनी, आंत व गुप्तागों के साथ मस्तिष्क को भी अपने आगोश में ले लेता है। किसी भी मरीज की मृत्यु अंदरूनी ऑर्गन के फेल होने से होती है। साथ ही साथ शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण भी मृत्यु हो जाती है। इसके अलावा डॉक्टरों का यह भी कहना है कि जिन मरीजों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आती है, उन्हें भी फंगस का टेस्ट कराना चाहिए। देश दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट खबर जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।