Chinese Application Ban: जैसा की आप सभी को मालूम है की भारत सरकार ने भारत में 59 Chinese application पर पूरी तरह से प्रतिबंद लगा दिया है, जिसके बाद से पुरे विश्व में हड़कम्प मचा हुआ है। भारत सरकार ने इन आप्लिकेशन को बैन करने के पीछे देश की सुरक्षा को कारण बताया है। क्योकि इन सभी एप्लीकेशन से देश की सुरक्षा को हानि पहुँच सकती है। भारत सरकार द्वारा जिन 59 चाइनीज एप्लीकेशन पर प्रतिबंद लगाया गया है उनमें कैमस्कैनर, शेयरईट, टिकटॉक और हेलो जैसे लोकप्रिय एप्स शामिल हैं। भारत के इस फैसले के बाद अब कई अन्य देश भी इसी प्रकार का फैसला लेने वाले है, जिसके बारे में हम आपको आगे बातएंगे।
59 Chinese Application Ban: TikTok बैन पर टिक टोक इंडिया हेड निखिल गांधी का आया बयान
भारत सरकार ने भारत में 59 चाइनीज एप्लीकेशन पर बैन लगाया, जिसके बाद अब ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की सरकार भी टिकटॉक जैसे चाइनीज एप्स के बारे में विचार करने लगी हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ख़बर सामने निकल कर आई है ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की सरकार अपने अपने देश में जल्द ही टिकटॉक और अन्य चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगा सकती है।
बैन पर टिक टोक इंडिया हेड निखिल गांधी का आया बयान
आपको बता दे जी अमरीका के सचिव माइक पोम्पिओ ने बताया की अमेरिकी सरकार देश में टिक-टोक समेत कई अन्य चाइनीज एप्लीकेशन पर बैन लगाने वाली है। साथ ही साथ वह बताते है की अमेरिकी सरकार चाइनीज एप्स को बहुत गंभीरता से ले रही है। आपको बता दे की इससे पहले भी टिकटॉक और अन्य चाइनीज कंपनियों को लेकर अमेरिका में विवाद हो चूका है, इसी के चलते अमरीका सेना ने टिक टोक पर पहले भी काफी बार बैन लगाया है। और अब अमेरिका के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी टिक टोक को बैन करने की मांग की जा रही है।
जैसा की आप सभी को मालूम है की आये दिन टिक टोक और अन्य चाइनीज एप्लीकेशन को लेकर अक्सर बाते सामने आती रहती है की चाइनीज एप्लीकेशन यूजर का डेटा चीन सरकार के पास जाता है, लेकिन हाल ही में टिक टोक की और से बयान सामने आया था जिसमे कहा गया था की चीनी सरकार ने उससे कभी डाटा की मांग नहीं की है और भविष्य में चीन सरकार ऐसा करती है तो हम चीन सरकार को यह डेटा नहीं देंगे। लेकिन आपको बता दे 2017 में चीन में राष्ट्रीय खुफिया कानून पास हुआ था, जिसके तहत चीन सरकार किसी भी कंपनी के डेटा यानि यूजर की जानकारी ले सकती है। इसी के चलते चाइनीज एप्लीकेशन पर प्रतिबंद लगाए जा रहे है। ताकि यूजर के डेटा को शुरक्षित रखा जा सके। देश और दुनिया से जुड़ी महत्वपर्ण खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।