Breaking News Chinese Investments In HDFC: चाइना कोरोना वायरस के संकट में भी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है, ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चाइना ने बीते कुछ दिनों में हाउसिंग लोन देने वाली भारत की दिग्गज कंपनी HDFC लिमिटेड के 1.75 करोड़ शेयर खरीद लिए हैं। इसके बाद भारत सरकार ने भारतीय कंपनी को चाइना से बचाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए है। इसके बाद भारत सरकार ने विदेशी निवेश को लेकर नियमों में कई प्रकार के बदलाव कर दिए हैं। लेकिन भारत सरकार ने इस फैसले पर कहीं भी चीन का जिक्र नहीं किया है।लेकिन यह फैसला देश की कंपनियों के हित में है। तो चलिए जानते हैं आखिरकार क्या बदलाव किए गए है ?
सख्त किए FDI के नियम
अब कोई भी विदेशी कंपनी देश की कंपनी में निवेश करना चाहती है तो उसे पहले भारत सरकार से मंजूरी लेनी होगी, इसी के बाद वह किसी भी कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की यह कानून पहले केवल पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों/कंपनियों पर लागू होता था। चीन अमेरिका इत्यादि देशों को इस प्रकार की मंजूरी की कोई आवश्यकता नहीं होती थी, लेकिन अब भारत सरकार ने देश की कंपनियों को बताने के लिए यह सख्त कदम उठाया है। इससे पहले कई देशों ने इस स्थिति में इस प्रकार के फैसले लिए है।
I thank the Govt. for taking note of my warning and amending the FDI norms to make it mandatory for Govt. approval in some specific cases. https://t.co/ztehExZXNc
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 18, 2020
चीन ने एचडीएफसी कंपनी के शेयर उस समय खरीदे हैं, जब देश की अधिकतर कंपनियां कोरोनावायरस के कारण प्राइस में बहुत अधिक गिरावट आई है। जनवरी में इस शेयर का कारोबार 2500 रुपये के आसपास चल रहा था, जो अब 1600 रुपये के स्तर पर है। इसी का फायदा उठाते हुए चीन ने एचडीएफसी कंपनी के शेयर खरीद लिए। इसके अलावा राहुल गांधी ने भी इस पूरे मामले पर सवाल उठाया है, जिसे आप ऊपर दिए गए ट्वीट में पढ़ सकते हैं। दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट खबर जाने के लिए हमारे साथ बने रहे।