Breaking News: जिस तस्वीर को आप नीचे देख रहे है, यह एक जनाजे की है, जिसे 15 अप्रैल 2020 में खींची गई है, जो तमिलनाडु के Muduvarapatti जिले की है। दरअसल 15 अप्रैल को गांव में एक जलीकट्टू सांड की मृत्यु हो गई थी, भारत सरकार इन दिनों किसी इंसान की मृत्यु मे कम से कम 20 लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति देती है। लेकिन इस शव यात्रा में 3000 से अधिक लोग शामिल हुए थे, तमिलनाडु में इस समय 1200 से अधिक कोरोना वायरस से संक्रमित मामले है, और 14 लोगों ने इस वायरस के कारण अपनी जान गवा दी है। Muduvarapatti जिले में 40 से अधिक केस पाए जा चुके हैं। एक बैल की शव यात्रा में इतने अधिक लोगों का आना प्रशासन के ऊपर एक सवाल खड़ा करता है, आखिरकार इतने लोगों को एकजुट क्यों होने दिया गया ?
दरअसल आपको बता दें कि तमिलनाडु में जलीकट्टू नाम का एक खेल खेला जाता है, जिसमें बैलों का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि इन बैल का बहुत सम्मान होता है, इन्हें लगभग देवताओं की तरह माना जाता है। यही कारण रहा की इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकजुट हुई। लेकिन लोगों को यह समझना चाहिए की जान के आगे कोई भी परंपरा, कोई भी मान्यता , किसी भी तर्क का कोई मतलब नहीं होता। पूरे भारत को इन दिनों लॉकडाउन किया गया है, इस प्रकार की हरकत और इस प्रकार से इतनी बड़ी संख्या में एकजुट होना यह गैर जिम्मेदारी वाला फैसला है। सरकार को इन पर सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए।
Tamil Nadu के Muduvarapatti जिले में 3 हज़ार लोगो की भीड़ क्यों इकट्ठा हुई? खबर पढ़ कर उड़ जाएंगे होश !!! खबर पढ़ने के…
Dekh News Hindi ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಶುಕ್ರವಾರ, ಏಪ್ರಿಲ್ 17, 2020
Muduvarapatti जिले के कलेक्टर ने मीडिया को बताया की बैल की शव यात्रा में शामिल हुए तकरीबन 3000 लोगों सोशल डिस्टेंसिंग के आदेशों का पालन ना करने, और धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया गया है। प्रशासन अपना काम पूरी तरह से कर रहा है। फोटो और वीडियो के आधार पर लोगों को पकड़ा जाएगा। इसके अलावा हम आपसे यही कहना चाहेंगे कि सरकार के नियमों का पालन करें, और देश को कोरोनावायरस से मुक्त करें। कोरोनावायरस से संबंधित देश और दुनिया की जानकारी जाने के लिए हमारे साथ बने रहे।