बूथ पर लूट: मतदान केंद्र पर फिर होगी वोटिंग, पोलिंग एजेंट ने जबरदस्ती दबाए थे EVM के बटन- हरियाणा के पलवल से एक पोलिंग बूथ पर वोटरों को प्रभावित करने के आरोप में एक भाजपा के पोलिंग एजेंट को पुलिस ने गिरफ्तार किया है| इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी कार्यकर्त्ता की गिरफ़्तारी के आदेश दिए गए थे| हालांकि उसे बाद में जमानत मिल गई| चुनाव आयोग ने उस मतदान केंद्र पर फिर से मतदान करवाने का निर्देश दिया है, जिस पोलिंग नथ पर यह घटना हुई|
सोमवार को एक बयान जारी कर कहा गए की ‘‘पर्यवेक्षक की ओर से की गई जांच में शिकायत सही पाई गई. इसलिए आयोग ने इस मतदान केंद्र पर 19 मई को नए सिरे से मतदान कराने के आदेश दिए हैं.’’ बता दें की यह घटना फरीदाबाद लोकसभा सीट अंदर आने वाले असावटी गांव की है| जहाँ छठे चरण के तहत रविवार को वोट डालें गए थे|
चुनाव आयोग ने संबंधित पीठासीन अधिकारी को अपने काम को ठीक से नहीं करने के आरोप में निलंबित कर दिया और उसके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी| मतदान की गोपनीयता के उलंघन की वजह से फिर से मतदान करवाने के आदेश दिए गए| चुनाव आओर ने कहा की आरोपी पोलिंग एजेंट गिरिराज सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 171-सी, 188 और जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 135 के तहत पएफआईआर दर्ज की गई है|
‘‘पीठासीन अधिकारी अमित अत्री को कर्तव्य में शिथिलता के लिए निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई भी शुरू की जा रही है. माइक्रो ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) सोनल गुलाटी ने सही तरीके से घटना की रिपोर्ट नहीं दी, जिसके कारण उन पर चुनाव से जुड़े किसी भी काम को करने के लिए तीन साल तक की रोक लगा दी गई है.’’
इस मामले पर तुरंत कार्यवाही नहीं करने को गंभीरता से लेते हुए फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है और आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है की उनकी जगह लेने के लिए तीन योग्य अधिकारियों के नाम तत्त्काल भेजे| चुनाव आयोग के आदेश पर ही पोलिंग एजेंट को गिरफ्तार किया गया था जिसे बाद में जमानत मिल गई|
वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है की आरोपी व्यक्ति ईवीएम के पास गया और उसने खुद ही बटन दबा दिया| या तो उसने खुद से बटन दबाया या कम से कम तीन वोटरों को उसने किसी खास पार्टी का बटन दबाने के लिए कहा. इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई लोगों ने चुनाव आयोग को ट्विटर पर टैग किया और कार्रवाई के लिए कहा, तब जाकर आयोग ने जांच बिठाई|